Apollo Micro Systems Ltd भारत में डिफेंस सेक्टर में काम करती है। इसके अलावा यह एयरोस्पेस इंडस्ट्री में एक तेजी से उभरती हुई कंपनी है। यह कंपनी नई तकनीक के साथ इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम बनाती है, जो देश की सुरक्षा और अंतरिक्ष मिशनों में इस्तेमाल होते हैं।
Apollo Micro Systems Ltd का प्रदर्शन हर साल बेहतर होता जा रहा है और धीरे-धीरे इसका मुनाफा कई गुना बढ़ गया है। सरकारी आर्डर और नई तकनीक और आधुनिक विस्तार के कारण निवेशकों में इसके प्रति काफी उत्साह देखा गया है। क्या Apollo Micro Systems Ltd आने वाले टाइम पर मल्टीबैगर बन सकता है, तो आईए जानते हैं, इसके बिजनेस मॉडल और भविष्य में मल्टीबैगर बनने की संभावनाओं को
कंपनी का कारोबार क्या है?
Apollo Micro Systems Ltd कंपनी की स्थापना 1997 में हैदराबाद में हुई थी। यह कंपनी डिफेंस सेक्टर, एयरोस्पेस सेक्टर, रेलवे सेक्टर, एयरोस्पेस रिसर्च और होमलैंड सिक्योरिटी जैसे बिजनेस में काम कर रही है। Apollo Micro Systems Ltd कस्टम इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम तैयार करती है। यह कंपनी मैन्युफैक्चरिंग के साथ-साथ डिजाइन, डेवलपमेंट, इंटीग्रेशन और सर्विसिंग देने में भी काम करती है। यह कंपनी डिफेंस सेक्टर के अलावा फ्यूचरिस्टिक जैसे बिजनेस में भी काम कर रही है।
इसके मुख्य प्रोडक्ट्स में जीपीएस आधारित Modules और आधार सिस्टम, डाटा एग्जिबिशन यूनिट, मिसाइल सिम्युलेटर, अवायोनिक्स कंट्रोल सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक वाॅरफेयर Equipment शामिल है।
इसके कस्टमर बेस में के नामी कंपनियां शामिल है जैसे डीआरडीओ, इसरो, BEL, HAL, इंडियन नेवी और रेलवे जैसे कई ओर भी नाम शामिल है।
कंपनी ने हाल ही में IDL Explosives में हिस्सेदारी ली है, इसमें हिस्सेदारी लेने के बाद यह कंपनी हथियार और गोला विरुद्ध जैसे सेक्टर में भी प्रवेश कर चुकी है। इससे कंपनी का बिजनेस और भी मजबूत हो गया है। Apollo Micro Systems Ltd का मुख्य उद्देश्य भारत को डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाना है। कंपनी धीरे-धीरे एक्सपोर्ट के बिजनेस में भी काफी विस्तार कर रही है, यह कंपनी के फंडामेंटल्स को और भी मजबूत बनाता है। अगर इसके बिजनेस मॉडल को सही ढंग से समझा जाए तो यह एक नई टेक्नोलॉजी में फोकस करने और भविष्य को बेहतर बनाने वाली कंपनी है।
पिछले 5 साल की ग्रोथ
Apollo Micro Systems ने 2020 से 2024 के बीच शानदार ग्रोथ दिखाई है। इस कंपनी ने साल डर साल अच्छा प्रॉफिट बना कर दिया है। आईए जानते हैं इसके रेवेन्यू और प्रॉफिट के बारे में
2020: रेवेन्यू ₹213 करोड़, प्रॉफिट ₹8.2 करोड़
2021: रेवेन्यू ₹221 करोड़, प्रॉफिट ₹11.4 करोड़
2022: रेवेन्यू ₹240 करोड़, प्रॉफिट ₹14.7 करोड़
2023: रेवेन्यू ₹290 करोड़, प्रॉफिट ₹23.6 करोड़
2024: रेवेन्यू ₹374 करोड़, प्रॉफिट ₹41.1 करोड़
हर साल कंपनी के रेवेन्यू और नेट प्रॉफिट में बढ़ोतरी हुई है। कंपनी के जबरदस्त बिजनेस, टेक्नोलॉजी को अपग्रेड, मजबूत ऑर्डर बुक और Operational Efficiency ने इस ग्रोथ को संभव बनाया है। कंपनी की ऑर्डर बुक और फ्यूचर स्टिक बिजनेस को देखते हुए भविष्य में इसके और बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद की जा सकती है।
कंपनी की बैलेंस शीट और फंडामेंटल्स
Apollo Micro Systems कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति साल दर साल मजबूत होती जा रही है। वित्त वर्ष 2024 मैं कंपनी की नेटवर्क 519 करोड़ थी। इसका ROCE 14.5% और ROE 10.2% है, जो डिफेंस सेक्टर के लिए एकदम बेहतर है।
लेकिन अगर हम इसकी P.E Ratio की बात करें तो यह हाई वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है, जो कि 95x है। इस कंपनी की बुक वैल्यू लगभग 9 गुना है जो इसमें निवेश करने वालों के लिए थोड़ा चिंता का विषय है। Apollo Micro Systems स्टॉक में रिस्क की बात यह भी है कि इसके प्रमोटर्स की 38.6 प्रतिशत हिस्सेदारी गिरवी पड़ी है, जिससे निवेशकों में अनिश्चिता हो सकती है। Apollo Micro Systems का रिसिवेबल साइकिल लगभग 155 दिनों का है। इससे वर्किंग कैपिटल पर दबाव पड़ सकता है।
लेकिन फिर भी बढ़ती हुई ऑर्डर बुक, नई टेक्नोलॉजी और सरकारी कंपनियों से जुड़ाव इसे एक मजबूत लॉन्ग टर्म प्लेयर बनाता है। अगर कंपनी आने वाले टाइम में गिरवी शेयरों को फ्री करवाती है और कैश फ्लो मजबूत करती है तो यह निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प बन सकता है
कंपनी की ऑर्डर बुक
Apollo Micro Systems के पास ₹600 करोड़ से अधिक की ऑर्डर बुक है, जो इसके FY24 रेवेन्यू से भी ज्यादा है। यह सारे ऑर्डर सरकारी कम्पनियों से जैसे DRDO, ISRO, HAL, इंडियन नेवी और रेलवे जैसे सरकारी संस्थानों से प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा कंपनी के पास विदेशी ऑर्डर्स भी आए हुए हैं। यह दर्शाता है कि कंपनी के पास अगले कुछ वर्षों के लिए स्थिर और मजबूत ग्रोथ करने का आधार है। साथ ही में कंपनी नए सेक्टर में भी प्रवेश कर रही है, जिससे कंपनी की ऑर्डर बुक भविष्य में ओर ज्यादा बढ़ सकती है।
2026 से 2030 तक का टारगेट प्राइस
अपोलो कंपनी की ग्रोथ काफी रफ्तार से बढ़ रही है। उसके साथ-साथ कंपनी की ऑर्डर बुक बहुत मजबूत है और यह नए सेक्टर में भी प्रवेश कर रही है। आने वाले तीन-चार सालों तक कंपनी के शेयर प्राइस में मजबूत उछाल की उम्मीद लगाई जा सकती है। अगर हम इसके टारगेट की बात करें तो वह कुछ इस तरह हो सकते हैं।
2026 – ₹250
2027 – ₹310
2028 – ₹380
2029 – ₹470
2030 – ₹600+
अगर कंपनी की ग्रोथ और प्रॉफिट मार्जिन पहले जैसा रहता है, तो आने वाले सालों में यह टारगेटस देखने को मिल सकते हैं। इसके अलावा अगर कंपनी गिरवी रखे हुए शेयरों को फ्री करवाती है, तो कंपनी का कैश फ्लो और बेहतर हो जाएगा।
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फायदे और नुकसान
फायदे:
कंपनी की ऑर्डर बुक बहुत मजबूत है और इसके ज्यादा ऑर्डर सरकारी संस्थानों से हैं।
यह कंपनी डिफेंस सेक्टर और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में काम कर रही है।
कंपनी का रिवेन्यू और कंपनी का नेट प्रॉफिट लगातार बढ़ रहा है।
कंपनी विदेश में निर्यात को बढ़ावा दे रही है और नए सेक्टर में प्रवेश भी कर रही है।
नुकसान:
इस समय कंपनी का वैल्यूएशन बहुत ऊंचा हो गया है। (P/E और PB दोनों)
प्रमोटर्स की कुछ हिस्सेदारी गिरवी पड़ी हुई है।
ROE और कैश फ्लो औसत स्तर पर है।
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निष्कर्ष
Apollo Micro Systems एक ऐसी कंपनी है जो भारत के डिफेंस सेक्टर को मजबूत बना रही है। इस कंपनी की आर्डर बुक साल दर साल बढ़ती ही जा रही है। कंपनी का बढ़ता हुआ प्रॉफिट और नए सेक्टर में प्रवेश इसको एक मजबूत फंडामेंटल वाला स्टॉक बनाता है। लेकिन अभी कंपनी का वैल्यूएशन बहुत ज्यादा ऊंचा हो गया है। अगर आप इस स्टॉक में निवेश करना चाहते हैं तो आपको इसके कुछ जोखिमो के ऊपर भी ध्यान देना पड़ेगा।