Sagility India Ltd तेजी से उभरती हुई Health Care Bussines Process Management कंपनी है। इस कंपनी की Client List अमेरिका आधारित है। इस क्वार्टर में कंपनी के Revenue और Profit में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। Broadpath Takeovers और डिजिटल सेवाओं ने कंपनी के कारोबार को और ज्यादा मजबूत कर दिया है। कंपनी का मुख्य Focus अब हेल्थकेयर और Providers के लिए AI आधारित समाधान देना है। इस साल 2025 की पहली तिमाही में ही कंपनी ने ₹1539 करोड रुपए का रेवेन्यू दर्ज किया है। यह रेवेन्यू पिछले साल की तुलना में 26% ज्यादा है। यह रिजल्ट कंपनी के फंडामेंटल्स को और मजबूत बनाता है।
Sagiliy India का कारोबार क्या है?
Sagility India का Healthcare BPM में मुख्य नाम है, इस कंपनी का क्लाइंट बेस अमेरिका में ही है। Sagility India का Bussines कुछ इस तरह है, यह बीमा कंपनियां, हॉस्पिटल नेटवर्क और दवा निर्माता के लिए प्रोसेस मैनेजमेंट, कस्टमर केयर, क्लेम प्रोसेसिंग और डाटा एनालिटिक्स जैसी सेवाओं को देने का काम करती है। हाल ही में कंपनी ने ब्रॉडपाथ का अधिग्रहण कर अपने Customers Base को ओर ज्यादा मजबूत किया है। कंपनी New Technology का इस्तेमाल कर डिजिटाइजेशन, ऑटोमेशन और जेनरेटिव AI को अपनी सेवा में शामिल करके खुद को खास बनाए हुए हैं।
कंपनी का कारोबार लगभग 20 से ज्यादा देशों में है और 30,000 से ज्यादा कर्मचारियों के साथ मिलकर सेवाएं देती है। भारत में इस कंपनी की सेवाएं Cost effective delivery केंद्रों के रूप में कार्य करती हैं। कंपनी ने बहुत ही कम समय में अपने मार्जिन सुधारे हैं और अपने PAT यानी कि टैक्स के बाद प्रॉफिट में भी वृद्धि दर्ज की है। Sagility India Limited खुद को हेल्थ केयर टेक्नोलॉजी लीडर के रूप में स्थापित कर रही है। जो इसे लॉन्ग टर्म निवेश के लिए अच्छा प्लेयर बनाता है।
कंपनी की पिछले 5 साल की ग्रोथ (2020-2024)
2020 कोरोना काल में Sagility India का रेवेन्यू 2100 करोड़ था, यह रेवेन्यू 2024 में बढ़कर ₹5570 करोड़ हो गया। Sagility India में लगभग 2.5 गुना की ग्रोथ देखी गई। 2021-22 में कंपनी ने डिजिटल सेवाओं पर ध्यान देना शुरू किया, जिससे ऑपरेशनल मार्जिन में काफी ज्यादा सुधार हुआ। इसके अलावा Sagility India ने 2023 में ब्रॉडपाथ का अधिग्रहण किया, जिस से कंपनी के क्लाइंट बेस में डाइवर्सिटी में बढ़त हुई। कंपनी ने नई टेक्नोलॉजी ऑटोमेशन और हेल्थ टेक में इन्वेस्ट से करके खुद को तेजी से ग्रोथ करने वाली कंपनी में बदल दिया।
Sagility India बैलेंस शीट और फंडामेंटल्स
Sagility India की बैलेंस शीट काफी ज्यादा मजबूत हो गई है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का कुल रेवेन्यू ₹5570 करोड़ रहा है। कंपनी में इस वित्त वर्ष में ₹539 करोड़ का नेट प्रॉफिट बनाया है। इसका EBITDA मार्जिन करीब 24% और टैक्स के बाद प्रॉफिट (PAT) मार्जिन ~11.6% तक पहुंच चुका है, जो एक BPM कंपनी के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इससे कंपनी के फंडामेंटल्स मजबूत होते हैं और निवेशकों का कंपनी पर भरोसा होने का संकेत मिलता है।
कंपनी के ऊपर कर्ज बिल्कुल ना के बराबर है। कंपनी की फाइनेंसियल स्थिति पूरी तरह से सुरक्षित है। खैर कंपनी ने पिछले दो वर्षों से किसी तरह के डिविडेंड का ऐलान नहीं किया जिसका मतलब है कि कंपनी लिए गये मुनाफे का इस्तेमाल ग्रोथ में कर रही है। कंपनी की Return on Equity (ROE) ~5% है, जो फिलहाल एवरेज है, लेकिन इसके बढ़ने की पूरी संभावना है। इस सेक्टर में काम कर रही कंपनियों के मुकाबले Sagility India का वैल्यूएशन अभी बहुत ज्यादा सस्ता है। Screener के अनुसार इसका P/E ratio ~28 और Market Cap ~₹20,600 करोड़ के आसपास है।
कंपनी की ऑर्डर बुक
Sagility india ऑर्डर बुक बहुत ज्यादा मजबूत है, इस की ऑर्डर बुक में अमेरिका की टॉप हेल्थकेयर कंपनियां शामिल हैं। BroadPath के Takeover के बाद कंपनी ने Medium आकार के क्लाइंट्स तक भी अपनी पहुंच बनाई है। कंपनी को GenAI और डिजिटल हेल्थकेयर एनालिटिक्स में कॉन्ट्रैक्ट्स मिल रहे हैं। Sagility india का लगभग 80% से ज्यादा का रेवेन्यू अमेरिका से ही आता है, और कंपनी के काम की मांग तेजी से बढ़ रही है। FY26 में ऑर्डर बुक पहले से ही मजबूत दिखाई दे रही है।
कंपनी का टारगेट प्राइस 2026-2030
Experts के अनुसार अगर कंपनी की ग्रोथ ऐसे ही रहती है तो Sagility india का टारगेट प्राइस 2026 तक ₹180, 2027 तक ₹230, 2028 में ₹300, 2029 में ₹375 और 2030 तक ₹450 तक का हो सकता है। ये अनुमानीत प्राइस है जो कंपनी के लगातार बढ़ते रेवेन्यू, बेहतर मार्जिन और क्लाइंट एक्सपैंशन को ध्यान में रखकर लगाए गए हैं। अगर कंपनी BroadPath इंटीग्रेशन और AI सेवाओं को अच्छे तरीके से चलाती है, तो ये टारगेट्स देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, हेल्थकेयर सेक्टर की रेगुलेटरी रिस्क और डॉलर आधारित इनकम पर निर्भरता के कारण निगरानी रखना जरूरी है।
Cons and Pros
फायदे:
कंपनी की ग्रोथ तेज़ी से हो रही है और इसकी ऑर्डर बुक बहुत मजबूत है।
हेल्थकेयर BPM में भी खास विशेषज्ञता है।
BroadPath का अधिग्रहणम
कंपनी पर लो डेब्ट है और अच्छा ऑपरेटिंग मार्जिन है।
नुकसान:
कंपनी का 80% रेवेन्यू अमेरिका पर निर्भर है।
आने वाले समय मे हेल्थकेयर रेगुलेशन में बदलाव से रिस्क हो सकता है।
कंपनी का ROE अभी एवरेज (~5%) चल रहा है।
सारे points को देखने के बाद कुल मिलाकर, कंपनी में लॉन्ग टर्म पोटेंशियल है, लेकिन विदेशी मार्केट डिपेंडेंसी को ध्यान में रखना भी बहुत जरूरी है।
निष्कर्ष
Sagility India Limited एक ऐसे सेक्टर में काम करती है जो लगातार बढ़ता जा रहा है, इसका मुख्य कारोबार हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी और BPM services देना है। कंपनी की बैलेंस शीट बिल्कुल साफ और मजबूत है, लगातार प्रॉफिटबिलिटी बढ़ रही है, और इसका क्लाइंट बेस अमेरिका जैसे बड़े बाजार में फैला है। BroadPath जैसी डील्स और जनरेटिव AI जैसी तकनीकों के इस्तेमाल के साथ यह कंपनी नये भविष्य के लिए तैयार है। जो निवेशक लॉन्ग टर्म ग्रोथ और इसके सेक्टर लीडरशिप में इस पर भरोसा रखते हैं, उनके लिए यह एक मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनी हो सकती है।
Apollo Micro Systems की 5 साल की ग्रोथ और 2030 टारगेट: पूरी रिपोर्ट
डिस्क्लेमर
यह पोस्ट केवल शैक्षणिक और जानकारी के उद्देश्य से है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन होता है।